क्या होता अगर
बूढ़ी अम्मा की बात पर गोमा ध्यान न देता?
अगर गोमा बूढ़ी अम्मा की बातों पर ध्यान न देता तो उसे और उसके खेतों को काफी नुकसान हो जाता। बूढ़ी अम्मा की बात पर ध्यान न देने से वह बेपरवाह वर्षा का इंतजार ही करता रह जाता। बारिश होने के बाद गोमा के खेतों में जाने वाला पानी किसी काम का नहीं रह जाता। बूढ़ी अम्मा की बात सुनकर उसने अपने कर्म पर ध्यान दिया और वर्षा होना न होना प्रकृति पर छोड़ा दिया। उसने सिर्फ खेत जोतकर अपना काम पूरा किया और जब बाद में वर्षा हुई तो वह अपने खेत वर्षा के लिए पहले ही तैयार कर चुका था|